पत्रिका: एक और अंतरीप,  अंक: जनवरी मार्च 2012, स्वरूप: त्रैमासिक, संपादक: प्रेम कृष्ण शर्मा,  आवरण/रेखाचित्र: जानकारी उपलब्ध नहीं, पृष्ठ: 136, मूल्य: 25रू.(वार्षिक 100रू.), ई मेल: ,वेबसाईट: उपलब्ध नहीं , फोन/मोबाईल: 09414055811, सम्पर्क: 1, न्यू कालोनी झोटवाड़ा, पंखा जयपुर राजस्थान 
    साहित्य जगत की स्तरीय पत्रिका के इस अंक में ज्ञानवर्धक आलेखों का प्रकाशन किया गया है। अंक में नवल किशोर, अरूण कुमार, राजाराम भादू, दिवाकर गरवा, मोहम्मद अजहर ढेरीवाला के साहित्यिक लेख पठनीय व जानकारीपरक हैं। ख्यात साहित्यकार व लेखक दुर्गाप्रसाद अग्रवाल से रजनीश भारद्वाज की बातचीत साहित्य जगत के साथ साथ वर्तमान साहित्यिक परिवेश पर भी विचारोत्तेजक चर्चा है। राजकुमार कुम्भज, केशव शरण, आशीष दशोत्तर, आकांक्षा यादव, चांद शैरी, सुरेश उजाला तथा ओम नागर की कविताएं समसामयिक विषयों का अलग ढंग से प्रस्तुतीकरण है। मनोज कुमार मिश्र, आशा शर्मा तथा पूरन सिंह की कहानियों में भी वर्तमान समाज के संघर्ष स्पष्ट रूप से सामने आते हैं। साहित्यिक समाचार, समीक्षा खण्ड तथा अन्य रचनाएं भी प्रभावित करती है। पत्रिका का समीक्षित अंक स्तरीय व साहित्यिक सामग्री से परिपूर्ण है। 

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