पत्रिका-साक्षात्कार, अंक-सितम्बर.09, स्वरूप-मासिक, प्रधान संपादक-देवेन्द्र दीपक, संपादक-आनंद सिन्हा, पृष्ठ-120, मूल्य-15रू.(वार्षिक 150रू.), सम्पर्क-साहित्य अकादमी, म.प्र. संस्कृति परिषद, संस्कृति भवन वाण गंगा, भोपाल म.प्र., फोनः (0755)2554782, ईमेलः sahitya_academy@yahoo.com
साक्षात्कार भले ही अपने समय के काफी बाद प्रकाशित हो रही हो लेकिन इसकी रचनाओं का स्तर पाठकों को आकर्षित करता है तथा पाठक भी इस पत्रिका का इंतजार करते हैं। समीक्षित अंक में ख्यात तथा प्रतिष्ठित साहित्यकार वल्लभ डोभाल से बलदेव बंशी की बातचीत उनके रचनात्मक योगदान के साथ साथ आम पाठक को सृजन के अनेक रास्ते भी बताती है। रामेश्वर मिश्र पंकज, चन्द्रकांता, शहंशाह आलम, अशोक वाजपेयी तथा हेमंत देवलेकर की कविताएं किसी भी विचारधारा की भल भुलैया में न डालकर पाठक से सीधे ही संवाद स्थापित करती है। क्षमा कौल की डायरी तथा अमृतलाल वेगड़ का यात्रा वर्णन दिल को छू लेने वाली रचना है। देवेन्द्र आर्य, अनिरूद्ध नीरव तथा जया चक्रवर्ती के गीत भी विशेष रूप से आकर्षित करते हैं। बटुक चतुर्वेदी जी की आंचलिक रचना ‘खूब भरौ है जमकै मेला’ म.प्र. के ग्रामीण अंचलों से होती हुई महानगरों तक अपनी स्पष्टवादिता से बाजारवाद को चुनौति देती है। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं तथा पत्र आदि भी संकलन के योग्य हैं। काश यह पत्रिका प्रतिमाह प्रकाशित हो जाए तथा पाठक को समय पर मिलने लगे?

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