पत्रिका-समावर्तन, अंक-दिसम्बर.09, स्वरूप-मासिक, संपादक मंडल अध्यक्ष-रमेश दवे, प्रधान संपादक-मुकेश वर्मा, पृष्ठ-90, मूल्य-20 रू.(वार्षिक 200रू.), सम्पर्क-माधवी 129, दशहरा मैदान, उज्जैन म.प्र., फोनः(0734)2524457, ईमेलः samavartan@yahoo.com
पत्रिका समावर्तन का यह अंक ख्यात कथाकार मृदुला गर्ग पर एकाग्र है। अंक में उन पर प्रकाशित आलेखों से उनके लेखन की बारीकियों तथा विचारधारा की जानकारी मिलती है। पत्रिका के संपादक मंडल अध्यक्ष रमेश दवे का आलेख तथा उनसे ख्यात साहित्यकार दिनेश द्विवेदी जी की बातचीत पाठक अवश्य ही पसंद करेंगे। रवीन्द्र स्वप्निल प्रजापति, राजकुमार कुम्भज, अनिल माधव दवे, सतीश राठी, सत्येन्द्र तिवारी तथा राहुल झा की कविताएं वर्तमान से वार्तालाप करती हुई रचनाएं हैं। सुदर्शन प्रियदर्शनी की कहानी ‘मरीचिका’ एवं राजेश श्रीवास्तव की कहानी ‘इच्छाधारी लड़की’ सामाजिक चेतना जाग्रत करने वाली रचनाएं हैं लेकिन इन्हंे और भी गंभीरता पूर्वक लिखा जाना था जिससे सामाजिक चेतना का स्वर और भी मुखरित होता। देवांशु पाल, प्रभु त्रिवेदी तथा साबिर हुसैन की लघुकथाएं भी अच्छी बन पड़ी हैं। ख्यात रंगकर्मी सत्यव्रत सिन्हा जी पर प्रकाशित रचनाओं में गिरिराज किशोर तथा अनुपम आनंद के आलेख अच्छा विश्लेषण प्रस्तुत करते हैं। पत्रिका की अन्य रचनाएं, समीक्षाएं तथा पत्र आदि भी स्तरीय व पसंद किए जाने योग्य हैं।

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